वोट बैंक बदल लेने वाले माहिर सोशल इंजीनियर नीतीश कुमार!
कल मेरे जन्मदिन के साथ बिहार के सोशल इंजीनियरिंग वाले मुख्यमंत्री और हमारे प्रिय चाचा नीतीश कुमार का भी जन्मदिन था। उनकी कई खासियत हैं। उनमें से एक यह है कि उन्हें पता है कि सिर्फ काम करने से उतना वोट नहीं मिलता, जितने में सत्ता बची रहे। फिर भी मीडिया के सामने उनका तकिया कलाम रहता है- 'काम किया है, काम कर रहे हैं, जनता ने आशीर्वाद दिया तो आगे भी काम करेंगे'। काम के साथ सत्ता की कुर्सी को बचाने का जो कौशल अब तक उन्होंने दिखाया है, शायद ही कभी किसी नेता ने यह कौशल अकेले दिखाया हो। आज नीतीश कुमार के दल में सेकंड लाइन का एक भी नेता दूर-दूर तक नहीं दिख रहा। फिर भी नीतीश कुमार उम्मीदों की नौका पर सवार हैं। वे एक नये वोट बैंक को अपने लिए आकर्षित करने में मुस्तैद हैं।